गिरिडीह : पपरवाटांड़ स्तिथ समाहरणालय में उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा की अध्यक्षता में आकांक्षी जिला कार्यक्रम की एक बैठक की गई। बैठक में शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, बाल विकास एवं कौशल विकास की चल रही योजनाओं की समीक्षा की गई। उपायुक्त के द्वारा सभी विभागों के पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया कि अपने-अपने विभाग के कार्यों को तेजी से पूर्ण करें।
बैठक के दौरान सिविल सर्जन ने बताया कि स्वास्थ्य सहिया को मधुमेह, बीपी एवं हिमोग्लोबिन की जांच का प्रशिक्षण दिया गया है। विद्यालयों में स्कूली बच्चों की स्वास्थ्य जांच का कार्य 22 अगस्त से प्रारंभ होगा। एनीमिया मुक्त भारत के तहत आईएफए की गोली विद्यालयों में छात्र छात्राओं के बीच शिक्षको के सहयोग द्वारा वितरित किया जाएगा
जिला कृषि पदाधिकारी एवं JSLPS के जिला समन्वयक ने बताया कि टपक सिंचाई की योजनाओं के तहत विशेष कार्य किया जा रहा है। साथ ही 15 एकड़ में लेमन ग्रास की खेती की जा रही है एवं 50 एकड़ में ब्लैक व्हीट की खेती की जा रही है साथ ही 920 स्थानों पर ड्रिप इरिगेशन का कार्य किया गया है। नर्सरी लगाकर सब्जी उत्पादन किया जा रहा है एवं वर्मी कंपोस्ट का प्रशिक्षण भी ग्रामीणों को दिया गया है। आरसेटी के पदाधिकारी के द्वारा बताया गया कि उनके द्वारा सिलाई का ट्रेनिंग दिया गया है और साथ ही ब्यूटी पार्लर का भी आवासीय प्रशिक्षण दिया गया है।
उपायुक्त ने सिविल सर्जन को निर्देश दिया कि जिला अंतर्गत सभी स्वास्थ्य केंद्रों की नियमित सफाई करवाना सुनिश्चित करें। साथ ही सभी स्वास्थ्य केन्द्रों का निरिक्षण कर पेयजल एवं शौचालय की सफाई पर विशेष ध्यान दें।
कस्तूरबा विद्यालय में हो बेहतर माहौल
उपायुक्त ने शिक्षा विभाग के पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में छात्राओं के मौलिक सुविधाएं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के साथ-साथ अच्छा माहौल भी बनाया जाए। उन्होंने निर्देश दिया कि शिक्षा विभाग के पदाधिकारी जिला एवम प्रखंड स्तर के पदाधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित कर सप्ताह में एक बार कक्षा लेने एवं करियर काउंसलिंग करने का निदेश दिया, इससे बच्चों में उत्साह बढ़ेगा। छात्राओं के मनोरंजन हेतु भी आवश्यक कदम उठाने के लिए कहा।
बच्चों का सर्वांगीन विकास जरुरी
उपायुक्त ने समाज कल्याण विभाग अंतर्गत आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चो के सर्वांगीण विकास पर जोर देने को कहा। बताया कि आंगनबाड़ी कर्मियों को बच्चो के विकास पर ज्यादा फोकस करने की आवश्यकता है। बच्चो में रंगो की पहचान, बड़े छोटे की पहचान, मोटे पतले की पहचान, स्वाद की पहचान आदि विकसित करने का निर्देश दिया खेल खेल में ही बच्चों में अच्छे संस्कार भी विकसित कर सकते है।