गिरिडीह : सदर प्रखंड के बेरदोंगा पंचायत के सैकड़ों ग्रामीणों ने भाकपा माले नेता राजेश यादव तथा पार्टी के गिरिडीह प्रखंड (ग्रामीण) के सचिव पप्पू खान की अगुवाई में एक मीटिंग कर अपने विभिन्न जन सवालों पर संघर्ष का मोर्चा खोलने का ऐलान किया।
मीटिंग में जहां एक तरफ गरीबों का बकाया बिजली बिल माफ करने की मांग की गई तो वहीं दूसरी तरफ मनरेगा के तहत मची लूट के खिलाफ जोरदार लड़ाई शुरू करने का ऐलान किया गया।
मीटिंग के दौरान पंचायत वासियों ने शिक्षा, स्वास्थ्य सहित अपनी अन्य समस्याओं से भी माले नेता को अवगत कराया। ग्रामीणों ने कहा कि पीएम आवास सहित मनरेगा की अन्य योजनाओं में लूट मची है। खासकर पीएम आवास में मिलने वाली उनकी मजदूरी की राशि भी मार ली जा रही है।
मीटिंग में विचार-विमर्श के उपरांत निर्णय लिया गया कि, पंचायत के सभी गांवों में माले समर्थित ‘अखिल भारतीय किसान महासभा’ तथा ‘झारखंड ग्रामीण मजदूर सभा’ का संगठन तैयार कर जनता से जुड़े एक-एक सवाल पर संघर्ष शुरू किया जाएगा।
इस मौके पर माले नेता सह किसान महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष राजेश यादव ने प्रशासन को आगाह किया कि मनरेगा के नाम पर मची लूट पर तत्काल रोक लगाई जाए नहीं तो इस पंचायत के निवासी प्रखंड परिसर में इकट्ठा होकर लूट के खिलाफ आवाज बुलंद करेंगे। उन्होंने सरकारी अस्पताल और स्कूलों को भी दुरुस्त करने की मांग की। कहा कि, सरकारी अस्पताल दुरुस्त नहीं रहने के कारण ही ग्रामीण महिलाएं सेल्फ हेल्प ग्रुप से बीमारी के इलाज के लिए लोन लेकर बड़ी कर्जदार बनी हुई हैं। सरकार को इन ऋणों को पूरी तरह से माफ करना चाहिए।
श्री यादव ने रोजगार के अभाव में पलायन को देखते हुए रोजगार सृजन करने वाली अन्य योजनाओं को भी शुरू की और कहा कि, झारखंड में रोजगार के लिए खेती की सिंचाई की मुकम्मल व्यवस्था कर कृषि को बहुफसली बनाने की जरूरत है। इस वर्ष बारिश की खराब स्थिति को देखते हुए तत्काल सुखाड़ क्षेत्र घोषित करने की मांग भी उन्होंने की।
बैठक में माले नेता पप्पू खान, स्थानीय मुखिया अर्जुन मरांडी, समाजसेवी घनश्याम दास, संतोष राय, रुस्तम अंसारी, त्रिभुवन यादव, शंकर कोल, रमेश हेंब्रम, द्वारिका कोल, पूरण कोल, किशोर बास्की, राम प्रसाद कोल, श्याम दास, रामलाल हांसदा, मनोज कोल, मेघन दास, वासुदेव कोल, इतवारी कोल, दुर्गा कोल, मनोज कोल, ठाकुर मांझी, रामेश्वर मरांडी, सुखदेव दास, गणपत दास, छोटन कोल, सुखदेव कोल, ठाकुर कोल, अशोक हांसदा, बबुआ हांसदा, सूरज दास, तिलक दास, हरिलाल हांसदा, लच्छू कोल, टिंकू पंडित, बिरका हांसदा, दासो कोल, गणेश बास्की, कैलाश दास, ईश्वर दास, तिलक दास, देवानंद दास, नागेश्वर कोल, बालेश्वर दास, रंजीत हंसदा, केहारी कोल, नंदलाल दास, बच्चू लाल हांसदा, लोरी कोल, पिंटू कोल, प्रधान मुर्मू, अजय दास, धनेश्वर कोल, चरखो हांसदा, नुनु लाल हांसदा, जेठा कोल, इतवारी मुर्मू, सिल्वेस्टर मुर्मू, जादू बेसरा, बालेश्वर दास, शिवम मुर्मू, सिकंदर बेसरा, लीलावती देवी, बसंती देवी, अनिता देवी, मंजू देवी, सोमरी देवी, फुलमुनी देवी, नेमिया देवी, मुलिया देवी, कुंती देवी, लीलावती देवी, सोनिया देवी, रमिया देवी समेत अन्य मौजूद थे ।
मौजूद सभी लोगों ने भाकपा माले के साथ एकताबद्ध होकर अपने हक-अधिकारों की लड़ाई तेज करने का ऐलान किया।