गिरिडीह : माले ने हरसिंगरायडीह में 8 एकड़ जमीन पर भूमाफियाओं द्वारा कब्जा का प्रयास किया जा रहा है। माले के गिरिडीह विधानसभा प्रभारी राजेश सिन्हा से स्थानीय लोगों ने इस बार की शिकायत की है। इसको लेकर श्री सिन्हा को हरसिंगराय के ग्रामीणों ने गांव बुलाया और अपनी समस्या से अवगत कराया। श्री सिन्हा ने कहा कि गरीब ग्रामीणों की जमीन लूटने नहीं देंगे। ग्रामीणों ने बताया कि हरसिंगरायडीह में कुछ दबंगों ने एक जाति विशेष के पूरे जमीन को हड़पने की कोशिश की है।
माले नेता ने कहा कि इससे पहले कुछ भू-माफियाओं ने तालाब का जमीन घेरा है जबकि अंचल के रिपोर्ट भी तालाब के पक्ष में है। इसी प्रकार रास्ता भी कुछ दिन पहले नहीं दिया जा रहा था। सभी मामलों मे माले ने पहल की थी और सफलता हासिल भी की थी। अब नया मामला दबंगो द्वारा एक जाति विशेष के लोगों को कमजोर समझकर, महिलाओं , बुजुर्ग, जवानों को टारगेट कर कर के फर्जी केस में फसाने का है।
इन्होंने कहा कि विवाद बढ़ते देख लोकल प्रतिनिधि की पहल पर गिरिडीह सीओ ने भी जा कर जांच की और ग्रामीणों की बात को सही पाया। उसी जमीन पर आवास भी फाईनल हुआ, आवास का एक क़िस्त भी आ गया लेकिन अब दबंग लोग काम नहीं करने दे रहे हैं। हरसिंगरायडीह के दबे कुचले लोग के पास आवास नहीं होने के कारण ये परेशान हैं। कहा कि जब दबंग लोग,प्रतिनिधि की पहल को नहीं माने, प्रशासन की बात को भी अनदेखी कर दी तो माले के विधानसभा प्रभारी राजेश सिन्हा ने कहा कि सभी लोग को जल्द जमीन पर ही चलना होगा वहीं टेंट गाड़ के वहीं घर बनाना होगा। माले भी आपके साथ होगा आपको बेघर नहीं होने देगा।
श्री सिन्हा ने कहा कि सीओ ने ग्रामीण के पक्ष में लिखिति कागजात भी दिया है। ग्रामीणों ने कहा कि खाता 43 का प्लाट नंबर 959 और 961,खाता 26 का प्लॉट नंबर 955,958,998, खाता 25 का प्लाट नंबर 960,968,997, खाता 112 का प्लाट नंबर 1016,17 और 18, खाता 37 का प्लाट नंबर 981,992,993 पर ही कब्जा के ख्याल से ग्रामीण को डराया जा रहा है।
माले ने प्रशासन से अपील की है कि ग्रामीण को न्याय मिले और दबंगो को सच बोलने के लिए मजबूर किया जाए। प्रतिनिधि के आवास के आस पास का मामला है आशा है जल्द ही गरीबो के लिए कुछ होगा।
बैठक में चुरामन तुरी,नक्लेश तुरी,विनोद तुरी,दीपक तुरी,मोहन तुरी,सोहन तुरी,तूफानी तुरी,राजू तुरी,देवनंदन तुरी,राजन तुरी,मंटू तुरी,लक्ष्मण तुरी,प्रेम तुरी,इंद्र राय, सुभाष तुरी,इंद्र राय,गीता देवी,पनवा देवी,परवा देवी,रेखा देवी,शिला देवी,सख्वा देवी आदि सैकड़ो ग्रामीण थे।


