गिरिडीह : माले के गिरिडीह विधानसभा प्रभारी राजेश सिन्हा लगातर उसरी नदी के उपर बने पुराना पुल के लिए आवाज उठाते रहते हैं। श्री सिन्हा ने बुधवार को पुराना पुल का औचक निरीक्षण किया और आम लोगों के साथ चर्चा की।
श्री सिन्हा ने कहा कि प्रशासन ने सुरक्षा के दृष्टिकोण से दोनों तरफ दीवाल लगाया है वह जायज है लेकिन क्या यही एक विकल्प है ? लोग परेशान नहीं है ?
श्री सिन्हा ने बताया कि पुल जल्द बने इसके लिए माले द्वारा बिरसा चौक पर 11 सितंबर, रविवार से अनिश्चितकालीन धरना दिया जाएगा। यदि बात तत्काल नहीं मानी गई तो श्री सिन्हा 18 सितंबर से अनशन पर बैठेंगे। इसके बाद भी यदि कार्य नहीं हुआ तो आगे आंदोलन तेज होते जाएगा।
इन्होंने कहा कि दस-बारह सालों से जनता को परेशान किया जा रहा है। पहले बीजेपी ने आश्वासन दिया, चुनाव में ढोल-नगाड़ों के साथ जनता को लेकर भीड़ लगाई गई ताकि वोट आ सके, वोट मिल गया अब सब शांत हैं। इसी प्रकार जेएमएम की सरकार भी लगभग ढाई साल पार कर चुकी है। उनके द्वारा भी लगातार आश्वासन से लोग परेशान हैं, धरातल में रिजल्ट जीरो है। ऐसा प्रतीत होता है कि पुराना पुल पर कोई बड़ा हादसा होगा उसके बाद ही यहां काम होगा।
कहा कि माले लोकतांत्रिक आंदोलन के लिए जाना जाता है। दूसरे दल को आंदोलन से कोई लेना देना नहीं है इसी का परिणाम है कि पुराना पुल जस का तस टूटा पड़ा है। इसी रास्ते से होकर DAV स्कूल, पंचवटी स्कूल के अलावा दर्जनों स्कूल है, सरकारी कार्यालय है, अंचल कार्यालय है, गिरिडीह कॉलेज है, मेन रोड है लेकिन निष्क्रिय विभाग और सरकार शांत है।माले जब-जब आवाज उठाया एक वायरल फोटो सोसल मीडिया में शुरू हो जाता है आना ,इसको बंद कर धरातल वाला लेटर चाहिए जनता को।
कहा कि जनता और स्टूडेंट परेशान हैं। लिखित आवेदन एसडीएम को जल्द ही देंगे ताकि लोकतांत्रिक तरीके के धरना और बाद में अनशन उसके बाद प्रदर्शन में किसी प्रकार की को चूक न हो जाए। चूंकि फर्जी केस करवाने वाले गिरोह भी इस जिले में सक्रिय हैं।
इस दौरान समाज सेवी अजय केशरी,अशोक कुमार,विकास सिन्हा,राजू राणा,पंकज सिंह,उमेश वर्मा रविंद्र विधार्थी,छोटू मास्टर,नासीर शेख ,रक्षित कुमार आदि ने भी अपने-अपने विचार रखे।