गिरिडीह : भाकपा माले के राज्य कमेटी सदस्य सह अखिल भारतीय किसान महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष राजेश यादव ने बिजली माफी को लेकर शुक्रवार को बड़ी बात कही।
आगामी 11 अक्टूबर को डांड़ीडीह गिरिडीह जीएम कार्यालय के समक्ष बिजली बिल माफी को लेकर होने वाले आंदोलन की तैयारी क्रम में सदर प्रखंड के पंचरुखी में अयोजित एक मीटिंग को सम्बोधित करने के दौरान राजेश यादव ने कहा कि देश के अमीरों का कई लाख करोड़ कर्ज माफ कर दिया गया है लेकिन गरीबों के यहां बकाया बिजली बिल को लेकर छापेमारी की जा रही है। अमीरों पर मेहरबान सरकार को गरीबों का बकाया बिजली बिल भी माफ कर देना चाहिए।
श्री यादव ने कहा कि बकाया बिजली बिल बढ़ने के लिए सीधे तौर पर झारखंड की पूर्व भाजपा सरकार जिम्मेदार है जिसके शासनकाल में लगातार बिजली बिल बढ़ाने का काम हुआ लेकिन उपभोक्ताओं को हर माह बिजली बिल पहुंचाया नहीं गया इसकी अनभिज्ञता में ग्रामीण अपना बिजली बिल जमा नहीं कर पाए। अब वही बकाया बिल इतना ज्यादा हो गया है, जिसे कोई भी गरीब भुगतान करने में समर्थ नहीं है।
कहा कि बकाया वसूली के लिए विभाग का अभियान चलाया जाता है जिसके तहत बकाया बिल मामले में गरीब उपभिक्ताओं पर भी भारी जुर्माना कर केस दर्ज किया जा रहा है। कई गरीबों ने अपनी आपबीती में बताया कि उन्हें कोर्ट से जमानत करने के लिए एकमुश्त बकाया बिल और जुर्माने की राशि जमा करने के लिए खेतबारी बंधक रखने या बेच देने की नौबत आ गई है।
श्री यादव ने इस स्थिति को काफी दुखद और असहनीय बताया। उन्होंने सरकार से गरीबों का बकाया बिजली बिल माफ करने या उसमें जोड़े गए ब्याज की राशि को माफ कर कुल बकाया को ‘हाफ’ करने की मांग करते हुए लोगों से 11 अक्टूबर को बिजली विभाग के जीएम कार्यालय के समक्ष आंदोलन में भाग लेने का आह्वान किया।
बैठक की अगुवाई माले नेता संजय चौधरी, संतोष राय, चांदो लाल हांसदा, रामेश्वर हेंब्रम आदि ने की जबकि मुख्य रुप से मुखिया अर्जुन मरांडी, कृपा हांसदा, रिझू कोल, शिवलाल मुर्मू, सुखिन हांसदा, किसून हेंब्रम, कटीलाल हांसदा, जोपाल टुडू समेत अन्य महिला-पुरुष मौजूद थे।