नई दिल्ली : गुजरात के मोरबी में मच्छु नदी में रविवार शाम एक बड़ा हादसा हो गया। यहां एक केबल पुल के टूटने से 140 से ज्यादा लोगों की अब तक मौत हो गई है वहीं सैकड़ों लोग घायल हैं। आर्मी के 8 कॉलम रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे हैं। एनडीआरएफ की 2 टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी हैं। आर्मी, एयरफोर्स और नेवी लगातार राहत कार्य कर रही है।
बताया गया कि जिस वक्त पुल टूटा उस वक्त करीब 400 लोग पुल पर थे।
PM ने जताया दुख
पीएम मोदी ने इस घटना को लेकर दुख जाहिर किया है। उन्होंने गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल से फोन पर बात की है और घटना पर निगरानी रखने के लिए कहा है। आपको बता दें कि मोरबी केबल ब्रिज पिछले 7 महीने से बंद था और मरमत्ती कार्य के बाद पिछले हफ्ते ही खुला था।
गृह मंत्री अमित शाह का बयान
उन्होंने कहा “मोरबी में हुए हादसे से अत्यंत दुखी हूं। इस विषय में मैंने गुजरात के गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी व अन्य अधिकारियों से बात की है। स्थानीय प्रशासन पूरी तत्परता से राहत कार्य में लगा है, NDRF भी शीघ्र घटनास्थल पर पहुँच रही है। प्रशासन को घायलों को तुरंत उपचार देने के निर्देश दिए हैं।”
झारखंड में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास, बाबूलाल मरांडी, दीपक प्रकाश समेत अन्य कई नेताओं ने भी घटना पर दुख जाहिर किया है।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने लिखा
झारखण्ड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ट्वीट कर लिखा “गुजरात के मोरबी में नदी पर बने ब्रिज के टूटने से कई लोगों के हताहत होने की दुःखद खबर मिली है।
परमात्मा से हादसे में हताहत हुए लोगों की कुशलता की कामना करता हूँ।”
रघुबर दास ने लिखा
झारखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुबर दास ने ट्वीट कर लिखा “गुजरात के मोरबी में केबल ब्रिज टूटने के हादसे का दुखद समाचार मिला।
राहत और बचाव कार्य तेजी से चलाया जा रहा है। ईश्वर से हादसे में घायल हुए लोगों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।”
बाबूलाल मरांडी ने लिखा
झारखंड बीजेपी के विधायक दल के नेता सह झारखंड के प्रथम मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने लिखा “गुजरात के मोरबी स्थित झूलता पुल के अचानक टूटने से कईयों के हताहत होने एवं लापता होने की अत्यंत दुःखद सूचना मिली।
राहत एवं बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है।
ईश्वर पीड़ित परिजनों को दुःख के इस वज्रपात सहने की शक्ति प्रदान करें।
घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।”
IPC की धाराओं के तहत मामला दर्ज
इस घटना पर गुजरात के गृह मंत्री हर्ष संघवी ने घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया।सीएम भूपेंद्र पटेल मोरबी सिविल अस्पताल पहुंचे, जहां केबल ब्रिज गिरने से घायल हुए मरीजों को भर्ती कराया गया है। उन्होंने कहा कि स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। सरकारी एजेंसियां राहत कार्य कर रही हैं। एनडीआरएफ, नेवी और एयरफोर्स यहां मौजूद हैं। जांच बहुत गंभीरता से की जाएगी और हम सभी आवश्यक कार्रवाई करेंगे। संघवी ने कहा कि प्रधानमंत्री कार्यालय ने बचाव अभियान चलाने के लिए व्यापक समर्थन दिया है। पुल की प्रबंधन टीम पर आईपीसी की धारा 304, 308 और 114 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
पांच दिन पहले ही खोला गया था पुल
अधिकारियों ने कहा कि हाल ही में मरम्मत के बाद जनता के लिए पांच दिन पहले ही फिर से खोले गए इस पुल पर रविवार की छु्टी होने के कारण काफी भीड़ थी। अफसरों के मुताबिक, रविवार को पुल शाम करीब साढ़े छह बजे टूट गया। मोरबी सिविल अस्पताल के अधीक्षक डॉ प्रदीप दुधरजिया ने कहा कि हमारे अस्पताल में अब तक कई शव लाए जा चुके हैं।
पीएम ले रहे पल-पल की जानकारी
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने एक ट्वीट में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुर्घटना के संबंध में मुख्यमंत्री पटेल और अधिकारियों से बात की। मोदी इस समय , गुजरात में हैं। पीएमओ ने कहा, ‘‘उन्होंने (प्रधानमंत्री मोदी) बचाव अभियान के लिए दलों को तत्काल तैनात करने को कहा है। उन्होंने स्थिति पर कड़ी निगरानी रखने और प्रभावित लोगों की हर संभव मदद करने को कहा है।’’
पीएम मोदी ने घटना में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से दो लाख रुपये के मुआवजे का एलान किया है। वहीं, घायलों को 50 हजार रुपये की मदद दी जाएगी। गुजरात सरकार ने भी मृतकों के परिजनों के लिए चार-चार लाख रुपये की मदद का एलान किया है।
मरम्मती के बाद किया गया था शुरू
गौरतलब है कि मोरबी में यह पुल हाल ही में जनता के लिए दोबारा खोला गया था। हालांकि, मरम्मत के बावजूद यहां इकट्ठा हुई भीड़ के वजन की वजह से पुल टूट गया। बताया गया है कि कुछ लोग घायल हुए हैं, जिन्हें अस्पताल पहुंचाया गया है। स्थानीय विधायक और राज्य मंत्री ब्रजेश मेरजा ने कहा कि प्रशासन पूरे मामले की निगरानी कर रहा है। कुछ प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि जब पुल टूटा तो उन्होंने महिलाओं और बच्चों को इसकी केबल से लटकते भी देखा।