गिरिडीह : भू माफियाओं के आतंक से परेशान गिरिडीह अंचल केसिहोडिह मौजा के किसानों ने मंगलवार को किसान मंच के बैनर तले शहर के झंडा मैदान में बैठक की और सिहोडीह मौजा कमिटी का गठन किया। इस दौरान सर्वसम्मति से झगरू यादव को अध्यक्ष, सहदेव चौधरी को उपाध्यक्ष, टेकलाल चौधरी को कार्यकारी अध्यक्ष, दरसू यादव को संयोजक, भैरो महतो को महासचिव, संजय चौधरी को सचिव, उषा देवी को संगठन सचिव, बबीता देवी को उप सचिव, महुरी देवी को प्रवक्ता, कुसुमी देवी को संरक्षक और विभा देवी को कोषाध्यक्ष चुना गया।
सिहोडीह मौजा कमिटी गठित करने हेतू झंडा मैदान गिरिडीह में आयोजित किसान पंचायत को संबोधित करते हुए किसान मंच के जिला अध्यक्ष अवधेश कुमार सिंह अधिवक्ता ने कहा कि गिरिडीह जिला में जमीन माफिया पहले घर मकान बनाने लायक जमीन पर जबरन कब्जा करते थे लेकिन अब धान खेत पर भी कब्जा करने लगे हैं। किसान न्याय का गुहार लगाते रह जाता है और जमीन माफिया सैकड़ों गुंडों का डर दिखा के जेसीबी, ट्रैक्टर व अन्य मशीनों से किसान के खेत को मिट्टी, मोरम कंकड़ पत्थर से भरकर बर्बाद कर देता है तथा बाउंड्री देकर अपना कब्जा कर लेता है।
सिहोडीह मौजा के नव चयनित अध्यक्ष झगरू यादव ने कहा कि बिना संगठित हुए हम सिहोडीहवासी जमीन माफियाओं का मुकाबला नहीं कर पा रहे थे। अब हम सिहोडीह के किसान लोकतांत्रिक तरीके से भूमाफियाओं के खिलाफ आवाज बुलंद करेंगे।
किसान मंच के जिला सचिव विजय कुमार ने कहा कि जमीन माफियाओं को हमारे जन प्रतिनिधियों, सरकारी अधिकारियों व पुलिस प्रशासन का संरक्षण प्राप्त है जिस वजह से किसानों को न्याय नहीं मिल पाता है इसलिए समय का पुकार है कि किसान व जमीन मालिक अपने जमीन को बचाने के लिए एकजुट हो जाय।
गिरिडीह अंचल अध्यक्ष हदीश अंसारी ने कहा कि किसान मंच के लोगों ने जिस तरह आंदोलन करके, जेल जाकर जिला प्रशासन को रजिस्टर टू वापस अंचल भेजने को मजबुर कर दिया उसी तरह पुलिस प्रशासन को भी जमीन माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई करने को मजबुर कर देगा।
तिसरी अंचल अध्यक्ष दासो मुर्मू ने कहा कि जिस तरह से हम आदिवासी किसान जद्दोजहद कर बिना घूस का खतियान का नकल हासिल कर रहे हैं उसी तरह से संघर्ष कर भूमाफियाओं से हमे अपने जमीन को बचाना पड़ेगा।
बैठक सह किसान पंचायत में तिसरी अंचल अध्यक्ष दासो मुर्मू, मौजा कमिटी अध्यक्ष पुरन सिंह, बैजुन मुर्मू, संतोष बासके, सरजू हांसदा, देव चन्द्र यादव, बासुदेव मरांडी, करमी हांसदा, सुखनी मरांडी, गेडा टुडू, सोमरा टुडू, सुखनी मरांडी, मोहन मरांडी, सोमरा मुर्मू, दिलचंद पंडित, झालो, मानी, पिंकी कुमारी, मोहरी देवी, जगिया देवी विभा देवी गुजरी देवी, उषा देवी, दारू यादव, तेकलाल चौधरी सहित अनेकों किसान उपस्थित रहे।