गिरिडीह: पराक्रम दिवस पर सरस्वती शिशु विद्या मंदिर बरगंडा में सोमवार को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती मनाई गई। प्रधानाचार्य शिवकुमार चौधरी एवं अजीत मिश्रा ने दीप प्रज्वलित कर नेताजी पर श्रद्धा सुमन अर्पित किया।मौके पर बहन प्रिया,मीतश्री एवं भैया अमरदीप ने उनके जीवन चरित्र पर प्रकाश डाला।
प्रधानाचार्य ने कहा कि सुभाष चंद्र बोस बहुत ही प्रतिभाशाली व्यक्तित्व के धनी थे।गांधी जी के द्वारा चलाए गए असहयोग आंदोलन में हिस्सा लिया किंतु गांधीजी और नेताजी की विचारधारा एक मोड़ पर आकर के बिल्कुल ही अलग हो गए। नेताजी एकमात्र ऐसे नेता हैं जो कि स्वतंत्रता आंदोलन को एक नया मोड़ दिया था।उन्होंने आजाद हिंद फौज का गठन कर अंग्रेजों के छक्के छुड़ा दिए थे। उनके जीवन का संघर्षों भरा सफर और उनके द्वारा देश को स्वतंत्र कराने के प्रयासों को एक अमर गाथा के रूप में याद किया जाता रहेगा।
अजीत मिश्रा ने कहा कि नेताजी एक महान स्वतंत्रता सेनानी,सच्चे देशभक्त एवं भारत माता के महान सपूत थे।उनके जीवन से हमें प्रेरणा लेनी चाहिए।कार्यक्रम को सफल बनाने में मंच संचालक शुभेंदु चंदन राजेंद्र लाल बरनवाल,दिनेश सिंह एवं समस्त आचार्य दीदी का सराहनीय योगदान रहा।



