Usri Bachao Abhiyan: गिरिडीह में सालों की मेहनत रंग ला रही है. उसरी बचाव अभियान अब धरातल पर भी दिखने लगा है. लघु सिंचाई प्रमंडल गिरिडीह के अधिकारियों ने उसरी छिलका डैम के लिए फिलहाल दो जगह नापी की है. जबकि एक और जगह नापी होगी, इसकी संभावना है.
छिलका डैम के लिए नापी: बता दें कि सदर विधायक सुदिव्य कुमार सोनू, सीसीएल जीएम बासब चौधरी और गिरिडीह उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा की पहल पर कार्य की गति आगे बढ़ रही है. इसी को लेकर लघु सिंचाई विभाग प्रमंडल की टीम ने गुरुवार दोपहर शास्त्री नगर अमित बरदियार घाट पहुंच कर छिलका डैम के लिए नापी की.
टीम में शामिल अधिकारी: लघु सिंचाई विभाग प्रमंडल की टीम में कार्यालय अभियंता चंद्र शेखर, कनीय अभियंता कामेश्वर सिन्हा, जूनियर इंजीनियर दशरथ शर्मा सहित अन्य लोग शामिल थे. इस दौरान सभी ने अपना अनुभव शेयर किया और आगे अर्गाघाट उसरी पुल के निचे भी छिलका डैम के लिए नापी की.
उड़ीसा की तर्ज पर बनेगा छिलका डैम: इस दौरान अधिकारियों ने बताया कि उसरी नदी में जो छिलका डैम बनेगा, वह उड़ीसा में जैसा बन रहा है वैसा बनेगा. सभी जगह पानी स्टोर रहेगा. छिलका डैम में लोहे का एक छोटा गेट रहेगा, जो पानी भरने से ऑटोमैटिक खुल जायेगा और कचड़ा के साथ वह साफ भी हो जायेगा.
झारखंड में पहली बार बनेगा ऐसा डैम: उन्होंने कहा कि जो छिलका डेम यहां बनेगा, वह झारखंड में पहली बार बनेगा. इससे लाखों लोगों को राहत मिलेगी, वहीं पर्यावरण को भी बढ़ावा मिलेगा. बता दें कि सदर विधायक ने उसरी बचाव अभियान की पूरी टीम से कहा था कि जल्द उनकी मांगों को पूरा किया जाएगा, विभागीय बैठक जारी है.
‘दस साल का संघर्ष हो रहा सफल‘: अभियान के सदस्यों में शामिल राजेश सिन्हा और रामजी यादव ने कहा कि ‘गिरिडीह के उसरी नदी के बचाव के लिए पिछले दस साल से पहल चल रही थी. अब सपना साकार होते दिख रहा है. सदर विधायक, सीसीएल जीएम की सकारात्मक पहल और उपायुक्त के दिशा निर्देश की वजह से ये सफल हो पाया है.’ वहीं अभियान के आलोक मिश्रा और रितेश सराक ने कहा कि ‘उसरी का कार्य ऐतिहासिक है, आम और खास लोगों का सहयोग मिला है. विभाग और आम लोग इसके लिए बधाई के पात्र हैं.’
उसरी बचाओ अभियान के सदस्य: इधर उसरी बचाव अभियान के संयोजक टीम, कोर कमिटी की टीम और उसरी बचाव अभियान के लोकल कमिटी के सदस्य राजेश सिन्हा, राम जी यादव, आलोक मिश्रा, रितेश सराक, योगेश मरिक, सुरेश कुमार, सुमित कुमार, पंकज कुमार. वहीं अर्गाघाट में भरत मिश्रा, राजीव सिंह, मधु राव, शिवशंकर साहू, तीरू यादव, संदीप यादव आदि मौजूद थे।

