गिरिडीह: झारखंड राज्य माध्यमिक शिक्षक संघ, गिरिडीह जिला इकाई के सदस्यों ने आज उपायुक्त को एक ज्ञापन सौंपा, जिसे सचिव, स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग को भेजा गया। यह ज्ञापन जिला अध्यक्ष चंद्रमणि प्रसाद और जिला सचिव मोहम्मद अख्तर अंसारी के संयुक्त हस्ताक्षर से सौंपा गया।
संघ ने सरकारी माध्यमिक शिक्षकों की लंबित मांगों के त्वरित निराकरण की मांग की है। संघ ने स्पष्ट किया है कि यदि उनकी मांगे पूरी नहीं की गईं तो वे जोरदार आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।
संघ की प्रमुख मांगे:
1.प्रोन्नति के नियमों में संशोधन: सरकारी माध्यमिक शिक्षकों के पदों पर प्रोन्नति के लिए सेवा शर्त 355 को निरस्त करते हुए वरीयता सह मेधा क्रम के आधार पर प्रधानाध्यापक पद पर प्रोन्नति एवं न्यूनतम 8 वर्षों के शिक्षक अनुभव की मांग की गई है।
2.MACP की स्वीकृति: सभी माध्यमिक शिक्षकों के लिए वेतनमान की प्रोन्नति के लिए निर्गत आदेश 1726 को निरस्त करके MACP की स्वीकृति की मांग की गई है।
3.नवनियुक्त शिक्षकों का वेतन भुगतान: योजना मद में पदस्थापित नवनियुक्त माध्यमिक शिक्षकों के वेतन का अविलंब भुगतान करने की मांग की गई है।
4.समान काम, समान वेतन: माध्यमिक शिक्षकों के समान संगीत शिक्षकों को भी 4600 ग्रेड पे एवं वेतन निर्धारण का आदेश निर्गत करने की मांग की गई है।
5.लिपिक वेतनमान: माध्यमिक विद्यालयों के लिपिकों को समाहरणालय लिपिकों के समान ग्रेड पे एवं वेतन की मांग की गई है।
6.वेतन में समानता: अल्पसंख्यक माध्यमिक शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मियों को सरकारी माध्यमिक शिक्षकों के समान वेतन देने की मांग की गई है।
ज्ञापन सौंपने के कार्यक्रम में सैकड़ों शिक्षक शामिल हुए, जिनमें सत्यनारायण प्रसाद, विनय कुमार यादव, निवास कुमार केसरी, नंदन शमा, परवीन गुलाम मुर्तजा, रणधीर राय, अजय कुमार चौधरी, पंकज कुमार चक्रम, कुबेर कुमार राय, सोना साहू, मिथुन राज, मोहम्मद इमरान खान, प्रकाश यादव, सत्यनारायण पाठक, बम शंकर मंडल, राकेश कुमार, नारायण मुर्मू, मनीष कुमार, मोहम्मद इरशाद अंसारी, पिंटू कुमार वर्मा, राजेश कुमार सिंह, और मनीष कौशल शामिल थे।
संघ ने प्रशासन से इन मांगों पर तत्काल कार्रवाई की मांग की है, अन्यथा संघ ने राज्य स्तर पर बड़ा आंदोलन करने की चेतावनी दी है।