गिरिडीह : भाकपा-माले की लोकल कमेटी की एक महत्वपूर्ण बैठक आज गिरिडीह के ग्राम सिगदारडीह में आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता कामरेड धनंजय कुमार ने की, जिसमें ग्राम कोगड़ी, बदडीहा, सिरिसिया और सिगदारडीह के ब्रांच सेक्रेटरी और पार्टी के सदस्य शामिल हुए। बैठक में माले RYA के उज्जवल साव और एक्टू और जसम के साथी शंकर पाण्डेय भी मौजूद रहे।
बैठक के दौरान सबसे पहले मासस और पार्टी द्वारा जारी पर्चे का सामूहिक पाठ किया गया। इसके बाद पार्टी की आगामी विधानसभा चुनाव में भूमिका और भाजपा की साम्प्रदायिक नीतियों के खिलाफ मजदूरों, किसानों, छोटे व्यवसायियों, छात्रों, और नौजवानों की एकजुटता के जरिए मुकाबला करने की योजना पर चर्चा की गई। इस दौरान साथी शंकर पाण्डेय ने पार्टी की कार्यनीति और कार्यशैली पर विस्तारपूर्वक जानकारी दी।
मासस का माले में होगा विलय
माले नेता राजेश सिन्हा ने बैठक में कहा कि देश को लाल झंडा की राजनीति की जरूरत है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि “आज 90 प्रतिशत गरीब और मध्यम वर्ग के परिवार अमीर नेताओं के चक्कर में फंसे हुए हैं, जिससे देश का विकास अवरुद्ध हो रहा है।” उन्होंने बताया कि 9 सितंबर को मासस का भाकपा माले में विलय हो रहा है जिसके लिए विभिन्न स्थानों पर कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।गिरिडीह विधानसभा से सैकड़ों लोग इस रैली में शामिल होने के लिए धनबाद पहुंचेंगे। राजेश सिन्हा ने कहा कि युवाओं में नई उमंग और जोश है जो इस रैली की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
रैली की सफलता की बनी रणनीति
इस दौरान 9 सितंबर को धनबाद में आयोजित एकता रैली को सफल बनाने की रणनीति बनाई गई साथ ही कई फैसले लिए गए।
•भागीदारी बढ़ाने का निर्णय: गिरिडीह नगर और आसपास के कमिटियों को मिलाकर 100 सदस्यों की भागीदारी सुनिश्चित करने का निर्णय लिया गया। इसके लिए आज से ही तैयारियों में जुट जाने का फैसला किया गया है।
•कोष संग्रह और संसाधन जुटाना: एक बस की व्यवस्था के लिए कोष संग्रह का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। कोष संग्रह की जिम्मेदारी कामरेड शंकर पाण्डेय, एकराम, गौतम दास और उज्जवल साव को सौंपी गई है। इसके अलावा, पर्चे और पोस्टर के माध्यम से प्रचार-प्रसार की जिम्मेदारी संजय कुमार यादव, एकराम, तारब खान और गौतम दास को दी गई।
•स्थायी बैठक का आयोजन: लोकल कमेटी ने निर्णय लिया है कि हर महीने के अंतिम सप्ताह के रविवार को लोकल कमिटी की बैठक होगी। इसके अतिरिक्त, आवश्यकतानुसार ब्रांच और लोकल कमिटी की बैठकें भी बुलाई जा सकती हैं।
बैठक के अंत में एकता रैली की सफलता के लिए सभी ने मिलकर संकल्प लिया और ‘भाजपा भगाओ, झारखंड बचाओ’, ‘का. ए के राय को लाल सलाम’, और ‘का. महेन्द्र सिंह को लाल सलाम’ जैसे नारों के साथ बैठक की कार्यवाही समाप्त की गई।