गिरिडीह: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् गिरिडीह के द्वारा गिरिडीह महाविद्यालय गिरिडीह में शनिवार को विरांगना रानी लक्ष्मीबाई बाई की जयंती मनाई गई। इस दौरान रानी लक्ष्मीबाई के प्रतिमाओं पर पुष्प अर्पित कर उन्हें याद किया।
इस दौरान अभाविप के उज्जवल तिवारी ने बताया कि झांसी की रानी लक्ष्मी बाई भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की ऐसी नायिका रही जिनके पराकर्म और साहस का जिक्र आज भी समय समय पर किया जाता है। रानी लक्ष्मीबाई ने अंग्रेजी हुकूमत के आगे कभी झुकना स्वीकार नहीं किया और आखिरी दम तक झांसी की रक्षा के लिए अंग्रेजो से लड़ती रही। महज 29 वर्ष की उम्र में रानी लक्ष्मीबाई कई दिनों तक अपनी छोटी सी सेना के साथ युद्ध लड़ती रही इस दौरान उन्होंने अंग्रेजों का दांत खट्टे कर दिए।
आशीष सिंह ने कहा की रानी लक्ष्मीबाई ने अपने अद्भुत शौर्य व पराक्रम से अंग्रेजी हुकूमत की नींव हिलाकर भारतीय इतिहास में एक स्वर्णिम अध्याय लिखा। उनके बलिदान व वीर गाथाओं से आज भी समस्त भारतवर्ष में देशभक्ति की भावना जग उठती है।
मौके पर मौजूद प्राचार्य अनुज कुमार, प्रो अजय मुरारी, प्रो विनीता कुमारी, आशीष सिंह, उज्जवल तिवारी,सुजाता कुमारी,विकाश वर्मा,गुलशन यादव, मुस्कान कुमारी,अनुराग कुमार,अमनदीप,प्रकाश प्रजापति,सूरज कुमार,शिवम गुप्ता, शशिकांत वर्मा,बासुदेव केवट,नीतीश कुमार,सहित कई छात्र छात्राएं मौजूद थे।