गिरिडीह: राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकार एवं झालसा के तत्वाधान में राष्ट्रीय विधिक सेवा दिवस के अवसर पर व्यवहार न्यायालय परिसर में बुधवार को “हक हमारा भी तो” को लेकर जिला विधिक सेवा प्राधिकार गिरिडीह की ओर से प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इस प्रदर्शनी का शुभारंभ माननीय प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह जिला विधिक सेवा प्राधिकार की अध्यक्ष वीणा मिश्रा एवं सचिव सौरव कुमार गौतम के द्वारा संयुक्त रूप से किया। प्रदर्शनी के माध्यम से विधिक सेवाओं से संबंधित विभिन्न क्रियाकलापों को आम जनों के बीच प्रदर्शित किया गया। साथ ही साथ आम जनों के बीच नालसा व झालसा के द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों एवं विधिक जागरूकता से संबंधित पंपलेट एवं पुस्तकों का वितरण किया गया।
इस संबंध में जानकारी प्रदान करते हुए माननीय प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने कहा कि आज ही के दिन विधिक सेवा प्राधिकरण अधिनियम 1987 के द्वारा आम लोगों के लिए निःशुल्क न्याय प्रदान करने का कार्य सर्वोच्च न्यायालय एवं भारत की संसद के द्वारा किया गया था। इसलिए यह दिन आम जनों के लिए एवं भारतीय न्यायिक व्यवस्था के लिए अत्यंत ही महत्वपूर्ण है। सचिव सौरव कुमार गौतम के द्वारा केंद्रीय कारागार, गिरिडीह में बंदियों के बीच जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन कर उन्हें राष्ट्रीय विधिक सेवा दिवस के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी प्रदान करते हुए उनकी समस्याओं को सुना गया। जिला विधिक सेवा प्राधिकार गिरिडीह के द्वारा काराधीन बंदियों के लिए चलाए जा रहे कार्यक्रमों एवं विधिक सहायता के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी प्रदान किया गया। मौके पर जिला एवं अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश प्रथम गोपाल पांडेय, द्वितीय आनंद प्रकाश, तृतीय एसएन सिकंदर, चतुर्थ पीयूष श्रीवास्तव, नीरजा आश्री सहित विभिन्न इंश्योरेंस कंपनी के शाखा प्रबंधक उपस्थित थे।


