गिरिडीह : भाकपा माले नेता सह अखिल भारतीय किसान महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष राजेश यादव ने शनिवार को कुबरी में आयोजित एक बैठक के दौरान लोगों की समस्याओं को सुना। बैठक की अगुवाई पार्टी के पंचायत प्रभारी संजय यादव तथा बिनोद बेसरा ने की।
बैठक के बाद राजेश यादव ने कहा कि उपायुक्त आवास से महज 11 किमी तथा नए समरणालय भवन से 5 किमी की दूरी पर स्थित सदर प्रखंड के कुबरी, अल्माटोल, झरना सहित कई अन्य गांवों के लोग सड़क के अभाव में आज भी मरीजों को इलाज के लिए मोटरसाइकिल में बैठाकर ले जाने को विवश हैं। विकास के मामले में इन गांवों के लोगों को सिर्फ सरकारों ने ही नहीं, बल्कि आज तक यहां से चुनाव जीतने वाले विधायक/सांसदों ने भी उपेक्षित करके रखा है। तत्काल इस समस्या का संज्ञान लेकर सड़क बनाने की जरूरत है, अन्यथा स्थानीय लोग संगठित होकर बड़ा आंदोलन करेंगे।
माले नेता श्री यादव ने कहा कि, जो लोग इस इलाके के लोगों को सिर्फ वोट का मोहरा भर समझते हैं, उन्होंने ही जनता का यह हाल कर के रखा है। विधायक और सांसद के जरिए सरकार चुनने के लिए वोट देने वाले यहां के लोगों को आज तक उपेक्षित करके रखा गया है। यह सब नहीं चलेगा। स्थानीय लोग अपने सवालों के प्रति जागरूक और संगठित हो रहे हैं।
उन्होंने मौजूद लोगों से माले समर्थित झारखंड ग्रामीण मजदूर सभा का संगठन निर्माण करने की अपील की। श्री यादव की अपील पर वहां जुटे तमाम लोगों ने एकमत होकर संगठन निर्माण का निर्णय लिया और सदस्यता अभियान की शुरुआत की।
मौके पर ग्रामीण मजदूरों की मजदूरी बढ़ाकर ₹600 प्रतिदिन करने तथा किसानों को उनकी उपज का सही दाम देने की भी मांग की गई। श्री यादव ने कहा कि, काम के अभाव में इस इलाके के आदिवासी भाई रोजगार के लिए प्रवासी मजदूर बनकर दूसरे राज्यों में चले जाते हैं। कभी-कभी किसी दुर्घटना के भी शिकार हो जाते हैं। लेकिन प्रशासन की लापरवाही के कारण ना तो अभी तक सभी मजदूरों का निबंधन ही किया गया है, और ना ही हादसे में मरने वाले मजदूरों के लिए मुआवजे की गारंटी ही।
बैठक में गठित कमिटी में शामिल तथा सदस्य बनने वालों में मुख्य रूप से बिनोद बेसरा, कटिलाल मरांडी, मंगरा हांसदा, उमेश हेंब्रम, बिरालाल हांसदा, जेले हांसदा, प्रधान मरांडी, मोतीलाल हांसदा, मुसुलाल मरांडी, चमोली देवी, सरिता हांसदा, बड़की देवी, सुरेश हांसदा, भीम कमार, बुधन हांसदा, निर्मल मरांडी, बुधन हांसदा एवं अन्य महिला पुरुष थे।