गिरिडीह: उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा ने फैक्ट्रियों में छापेमारी के लिए टीम गठित करने का निर्देश दिया था। गठित छापेमारी टीम ने गुरुवार को सदर अनुमंडल पदाधिकारी विशाल दीप खलको के नेतृत्व में मुफस्सिल थाना क्षेत्र के उदनाबाद स्थित विभिन्न स्टोन फैक्ट्रियों में छापेमारी की। टीम में कार्यपालक दंडाधिकारी धीरेंद्र कुमार, एसडीपीओ अनिल कुमार सिंह, सदर अंचलाधिकारी रवि भूषण प्रसाद, रेंजर एसके रवि, सीआई जितेंद्र प्रसाद, वनरक्षी सुमित कुमार सिंह समेत जवान शामिल थे।
जानकारी दी गई कि सफेद पत्थरों के जंगलों से लगातार अवैध उत्खनन की सूचना मिल रही थी। सैकड़ों टन सफेद पत्थर को उदनाबाद स्थित पत्थर माफियाओं के फैक्ट्री ले जाया जा रहा है और पिसाई कर अन्य राज्यों में भेजा जा रहा है। जिससे राज्य सरकार को करोड़ों के राजस्व का नुकसान तो हो ही रहा है बल्कि पर्यावरण पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। इसी सूचना के आलोक में उपायुक्त द्वारा गठित टीम ने फैक्ट्रियों में छापेमारी की और आवश्यक दस्तावेजों की मांग की।
जानकारी के अनुसार छापेमारी के दौरान अरुण लाडिया का बालाजी ट्रेडर्स फैक्ट्री, संतोष साव का साई मिनरल्स फैक्ट्री, बबलू बरनवाल का श्याम मिनरल्स फैक्ट्री चालू पाया गया। वहीं अजीत साव, लाला केडिया, मनीष जालान, आलोक केडिया, रमेश कंधवे, रोहित केजरीवाल के फैक्ट्री को बंद पाया गया। चालू फैक्ट्रियों के संचालकों से अधिकारियों द्वारा विभिन्न कागजातों की मांग की गई। लेकिन तीनों फैक्ट्रियों में से कोई भी फैक्ट्री के संचालक द्वारा संतोषजनक दस्तावेज उपलब्ध नहीं कराया गया। जिसके बाद उन्हें लिखित नोटिस देकर निर्धारित समय में विभिन्न कागजातों को कार्यालय में उपलब्ध कराया जाने का निर्देश दिया गया।
इस बाबत एसडीएम ने बताया कि उदनाबाद स्थित विभिन्न फैक्ट्रियों में पहुंच कर जांच पड़ताल किया गया जहां स्टोन से संबंधित कार्य किए जा रहे थे। कहा कि किसी भी फैक्ट्री द्वारा संतोषजनक कागजात उपलब्ध नहीं कराया गया। उन्हें निर्धारित समय में दस्तावेज उपलब्ध कराने का नोटिस दिया गया। दोषी पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।