Monday, December 23, 2024
Monday, December 23, 2024
HomeGiridihगिरिडीह: 'बहनों की चौपाल' कार्यक्रम की शुरुआत, हर क्षेत्र की महिलाओं को...

गिरिडीह: ‘बहनों की चौपाल’ कार्यक्रम की शुरुआत, हर क्षेत्र की महिलाओं को जोड़ने का किया जाएगा काम

Bahno ki chaupal

गिरिडीह : कर्णपुरा स्थित मिडवे के ग्रामीण परिवेश में मंगलवार को ‘बहनों की चौपाल’ कार्यक्रम का शुभारम्भ  किया गया। बहनों की चौपाल कार्यक्रम की अध्यक्षता भाजपा नेत्री शालिनी वैश्कियार कर रही थी।

महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना

शालिनी वैश्कियार ने कहा कि बहनों की चौपाल कार्यक्रम का उदेश्य महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना हैं। आत्मनिर्भर महिला वो नहीं हो जो सिर्फ़ आर्थिक रूप से स्वावलम्बी हो बल्कि आत्मनिर्भर महिला वो कहलाए जो हर विषम परिस्तिथि में स्वयं भी संतुलित एवं मज़बूती से खड़ी रहते हुए दूसरों को भी संबल प्रदान कर सके। वह शक्तिपुंज हो।

महिलाएं लहरा रही परचम

शालिनी वैश्कियार ने कहा कि चौपाल में शालिनी वैश्यकियार ने कहा की महिलाएं आज हर क्षेत्र में अपने आपको सफलतापूर्वक स्थापित करने में सफल हैं। कभी महिलाओं को निर्णय लेने का अधिकार भी नहीं था और उन्हें निर्णय लेने के लिए पुरुष की अनुमति लेनी पड़ती थी। लेकिन अब महिलाएं अपनी सफलता का परचम लहरा रही है। महिलाओं ने विभिन्न क्षेत्रों में अपने सराहनीय योगदान से सबित किया है कि वे आज किसी भी क्षेत्र में पुरुषों के समतुल्य ही सफल हैं बल्कि कुछ क्षेत्रों में उनसे बेहतर प्रदर्शन कर रही हैं क्यूँकि उनके मल्टीटास्किंग यानी एक वक्त पर एक से ज़्यादा कार्यों को सम्पादित करने की क्षमता विद्यमान होती है।

आपराधिक घटनाएं बढ़ी

शालिनी वैश्कियार ने कहा की झारखंड कि मौजूदा हेमंत सरकार में आपराधिक घटनाए बढ़ गयी, आए दिन राज्य में छेड़खानी, दुष्कर्म, अपहरण जैसी घटनाए देखने और सुने को मिल रही हैं जिसका कोई इलाज करने में एवं दोषियों को सजा देने में सरकार सक्षम नहीं हो पा रही है। 

बहनों की चौपाल अब हर वार्ड, पंचायत, कस्बों में आयोजित किया जाएगा जिसके द्वारा महिलाओं के कई विषय पर आपस में विचार करके एक दूसरे को मज़बूत किया जायेगा। सोशल मीडिया से बच्चियों को सावधान करने पर ज़ोर दिया जायेगा ताकि जितने महिला सम्बंधित अपराध आज सोशल मीडिया के ज़रिये घटित हो रहे हैं उनमे कमी लायी जा सके।

बहनों की चौपाल सह वन भोज कार्यक्रम में बहनो ने स्वादिष्ट वन भोज का भी लुफ्त उठाया।

मुख्य रूप से उपस्थित महिलाओं में अधिवक्ता कला सहाय, शिक्षाविद आरती वर्मा, नीतू शोला, प्रेमा तिवारी,  पुष्पा शक्ति, तनुजा सहाय, कनक सिंह, अधिवक्ता सुनीता शर्मा, प्रतिमा सेठ, सोना प्रकाश, संगीता बैसाखियार, उमा देवी, संगीता सिन्हा शामिल थीं और सभी ने विषय पर अपने विचार रखे।

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -

LATEST NEWS