गिरिडीह : पतंजलि योगपीठ हरिद्वार के तत्वाधान में अचार्यकुलम रांची में राज्य कार्यकारिणी की बैठक राज्य प्रभारी राम जीवन पाण्डे के नेतृत्व में हुई। जिसमें पूरे झारखंड के अलग-अलग जिलों में योग, आयुर्वेद व स्वदेशी के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले जिला को सम्मानित किया गया जिसमें गिरिडीह जिला भी शामिल रहा।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर रामकृष्ण मिशन के सचिव स्वामी भविषयानंद और विशिष्ट अतिथि के रूप में हरिद्वार से चलकर आए स्वामी दिव्यदेव सह राज्य प्रभारी रासबिहारी तिवारी, किसान पंचायत के राज्य प्रभारी करम कोइरी, योगासना स्पोर्ट्स एसोसिएशन ऑफ झारखंड के अध्यक्ष संजय सिंह, राज्य कार्यकारिणी सदस्य व जिला प्रभारी बहन रंजना सह- राज्य युवा प्रभारी उमेश मौजूद थे।
कार्यक्रम की शुरुआत अतिथि के हाथों सामुहिक रूप से दीप प्रज्वलित कर हुई। मंच संचालन झारखंड राज्य के प्रभारी रामजीवन पांडे कर रहे थे।
कार्यक्रम के दौरान गिरिडीह जिला को एक आदर्श जिला के रूप में सम्मानित किया गया। आदर्श कार्य करने वाले कार्यकर्ता के रूप में योग शिक्षिका पुष्पा शक्ति को भी सम्मान दिया गया। साथ ही 21 जून को पतंजलि योगपीठ गिरिडीह द्वारा योग दिवस का सफल आयोजन करने पर प्रखंड प्रभारी,जिला प्रभारी और राज्य कार्य करणी सदस्यों को सम्मानित किया गया। जिला के कई कार्यकर्ता जिला प्रभारी प्रखंड प्रभारी और सह राज्य प्रभारी इसमें शामिल है। इसी कड़ी में भारत स्वभिमान के जिला प्रभारी नवीन कांत सिंह, राज्य कार्यकारणी सदस्य रविकांत सिंह,चंद्रहास कुमार, युवा प्रभारी रणधीर गुप्ता, मीडिया प्रभारी पुष्पा शक्ति, एक्टिव कार्यकर्ता स्वपना रॉय, महा मंत्री प्रेमलता अग्रवाल, किसान पंचायत के गौतम विश्वकर्मा, सरिया के प्रखंड प्रभारी रामदेव महतो, गुरुचरण प्रसाद आदि को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
बताया गया कि पूरे झारखंड में योग आयुर्वेद का डंका बज चुका है। लोग योग को आत्मसात कर रहे हैं, और इसको बढ़ाने के कार्य पतंजलि योगपीठ के कार्यकर्ता पूरे उत्साह और जोश के साथ कर रहे हैं। आगे भी इसी प्रकार से करते रहेंगे। आचार्य शिरोमणि बालकृष्ण जी का जन्म दिवस 4 अगस्त को है और इसे जड़ी बूटी दिवस के रूप में भव्य तरीके से जड़ी बूटी का वितरण वृक्षारोपण तथा आयुर्वेद के प्रचार प्रसार कर जड़ी-बूटी सप्ताह के रूप में मनाया जाएगा। निशुल्क योग शिविर का आयोजन किया जाएगा, जिसे नियमित योग कक्षा के रूप में संचालित किया जाएगा । आज झारखंड का योग,आयुर्वेद स्वदेशी के क्षेत्र में काफी ऊंचा स्थान है। आगे यह एक नंबर पर आने वाला राज्य हो जाएगा।
कार्यक्रम में झारखंड के विभिन्न जिलों से सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद थे।