बताया गया कि भारतवर्ष में हर युग में गुरु शिष्य परंपरा को सर्वोपरि माना गया है। इसका बखान हमारे पुराणों में किया गया है। मनुष्य रूप में अवतार लेकर देवताओं ने भी गुरु के सरण में ज्ञान प्राप्त किए हैं। महर्षि व्यास जी जिन्हें भगवान का अवतार भी माना जाता है, उसका जन्म दिवस आषाढ़ पूर्णिमा यानी आज के दिन मनाया जाता है । जो कि आज पतंजलि परिवार पूरे भारतवर्ष में गुरु पूर्णिमा को एक महोत्सव के रूप में मना रहे हैं। जिला मीडिया प्रभारी पुष्पा शक्ति ने अपने उद्बोधन में कहा कि पहला जन्म माँ के गर्भ से होता और दूसरा जन्म गुरु के सानिध्य में प्राप्त होता है। गुरु ही जीवन जीने का सलीका सिखलाते हैं। इधर अधिवक्ता प्रभात खेतान, श्री आर के महा विद्यालय के सेवानिवृत्त प्रोफेसर डॉ० आरती वर्मा पतंजलि योग समिति के जिला प्रभारी परमेंद्र कुमार आदि ने अपना विचार व्यक्त किए। जया सिन्हा, गीता देवी, प्रेमलता देवी, नीतू साहू, अरिंदम घोषाल आदि ने भजन प्रस्तुत किये।आज यहां हवन कुण्ड में बुराई का त्याग की आहुति दी गई और अच्छाई को ग्रहण करने व अपने गुरु के सानिध्य में रहकर उनके आज्ञा का पालन करते हुए योग आयुर्वेद और स्वदेशी का व्रत पालन को आत्मसात करने की लोगों ने प्रतिज्ञा ली ।साथ ही दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करने का संकल्प लिया। अंत मे प्रसाद व अल्पाहार करने के बाद कार्यक्रम का समापन हुआ।
कार्यक्रम में राज्य कार्यकारिणी सदस्य चंद्रहास कुमार, युवा भारत के जिला प्रभारी रणधीर गुप्ता, संगठन मंत्री ब्रजकिशोर गुप्ता, महामंत्री प्रेमलता अग्रवाल, मीडिया प्रभारी पुष्पा शक्ति, पतंजलि योग समिति के जिला प्रभारी परमिंदर कुमार, मोहन बगड़िया, उत्कर्ष गुप्ता, पिंकी खेतन, मीणा कंधवे रश्मि कंधवे ,सपना राय, लक्ष्मी छाया, ललिता बर्णवाल, रीमा अग्रवाल ,सुरेश खत्री,समता देवी,सीमा लाल, प्रीति सिन्हा,मधु सिंह, प्रमिला सिन्हा, ममता कंधवे, प्रियंका शक्ति, रूबी देवी, रूबी अग्रवाल, पुष्पलता त्रिवेदी ,आशा त्रिवेदी ,उषा देवी, मृदुला सिन्हा ,सुपर्णा मुखर्जी ,माला बनर्जी,राधिका सिन्हा, रीना सिन्हा, स्मिता रॉय, नीलम सिंह,उषा अग्रवाल,सुधा अग्रवाल, जोसी,रिंकू अग्रवाल ऋतिक गुप्ता, भानु प्रताप आदि सैकड़ो की संख्यां में लोगों ने भाग लिया।