गिरिडीह : जिले के जमुआ प्रखंड के नवडीहा ओपी अंतर्गत गादी खुर्द गांव में बने काली मंडप का छप्पर उखाड़ फेंक दिया गया है। मामला दो पक्षों के बीच जमीन विवाद से जुड़ा बताया जा रहा है। दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर आरोप लगाए हैं।
इस बाबत प्रथम पक्ष के ईश्वर यादव की पत्नी पुदीना देवी का कहना है कि भुनेश्वर यादव व नागो यादव ने यह कृत्य किया है। दोनों पिता-पुत्र हैं। दोनों ने मंडप के एस्बेस्टस से बने छत को उखाड़ फेंक दिया है। मंडप परिसर में गाड़े हुए ध्वज को भी टांगी से काटकर फेंक दिया है। आरोप है कि पिता-पुत्र ने मंडप के दीवार व गर्भगृह को भी क्षति पहुंचाई है। पुदीना देवी का कहना है कि ये माता की विशेष भक्त है और इसी मंडप परिसर में पुजा करती हैं। ये वर्षों से यहां माता की आराधना करते आ रही हैं। मंडप को क्षति पहुंचाए जाने से ये काफी आहत हैं। इनका कहना है कि आरोपी पिता-पुत्र दबंग किस्म के व्यक्ति हैं और हमेशा किसी-न-किसी रुप से इन्हें परेशान करते हैं। पुदीना देवी ने स्थानीय पुलिस व स्थानीय मुखिया को मामले की सूचना दे दी है।
इधर दूसरे पक्ष के भुनेश्वर महतो ने कहा कि इन पर लगाए गए आरोप गलत हैं। इन्होंने कहा कि हम सभी आपस में दूर के गोतिया हैं। जिस जमीन पर मंडप बना है वह इनकी पुस्तैनी जमीन है। वर्ष 2012 में ही इस मामले को लेकर दोनों पक्ष में पंचायत स्तर पर सुलहनामा हुआ था। जिसमें यह फैसला लिया गया था कि पुदीना देवी द्वारा इनकी जमीन पर बने मंडप को हटा लिया जाएगा। लेकिन आज़ दस वर्षों बाद भी ऐसा नहीं किया गया। इनके पास उस समय का बॉन्ड पेपर भी मौजूद है। बावजूद हमेशा टालमटोल किया गया है। इनका कहना है कि ये पिता-पुत्र अकेले हैं और इनके विपक्षी अधिक हैं। इसका फायदा उठा कर पुदीना देवी, पिंटू यादव, ईश्वर यादव समेत अन्य लोग इनके जमीन पर कब्जा करना चाहते हैं।