रांची : मांडर विधानसभा उपचुनाव में यूपीए उम्मीदवार शिल्पी नेहा तिर्की ने बाजी मार ली। ये पूर्व विधायक बंधु तिर्की की पुत्री हैं। नेहा तिर्की ने बीजेपी उम्मीदवार गंगोत्री कुजूर को 23 हजार से ज्यादा मतों से मात दी है। इस जीत के साथ वो झारखंड विधानसभा में सबसे कम उम्र की विधायक बन गई हैं।
जानकारी के अनुसार कांग्रेस उम्मीदवार शिल्पी नेहा तिर्की को करीब 94 हजार मत मिले हैं। जबकी बीजेपी उम्मीदवार गंगोत्री कुजूर को लगभग 71 हजार वोट मिले हैं। वहीं निर्दलीय उम्मीदवार देव कुमार धान तीसरे नंबर पर रहे हैं। दरअसल कांग्रेस प्रत्याशी शिल्पी नेहा तिर्की लगातार सबसे आगे चल रहीं थी। नेहा तिर्की की जीत से कांग्रेस पार्टी में जश्न का माहौल है। कांग्रेस प्रदेश कार्यालय में आतिशबाजी और ढोल-नगाड़े की गूंज के बीच कांग्रेस नेता एकदूसरे को मिठाई खिलाकर खुशी का इजहार कर रहे हैं।
क्यों हुआ मांडर उपचुनाव
मांडर विधानसभा के पूर्व विधायक बंधु तिर्की पर आय से अधिक 7 करोड़ 20 लाख रुपये संपत्ति अर्जित करने का आरोप लगा था। इस मामले में सीबीआई कोर्ट ने मांडर विधायक बंधु तिर्की को दोषी पाया था और गत 28 मार्च, 2022 को तीन साल की सजा और 3 लाख रुपये का जुर्माना लगाया था। इसी सजा के बाद उनकी विधानसभा की सदस्यता खत्म हो गयी थी। जिसके बाद चुनाव आयोग ने मांडर में उपचुनाव कराने का निर्णय लिया था। 23 जून को मांडर सीट पर मतदान हुआ था। चुनावी मैदान 14 उम्मीदवार अपना भाग्य आजमा रहे थे। इस सीट के लिए 23 जून को 2 लाख 17 हजार मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया था। जिसके बाद आज रांची के पंडरा बाजार में वोटों की गिनती की गई।