स्थानीय लोगों से जानकारी लेते सुरेश साव |
गिरिडीह : पचंबा हटिया रोड में दो पक्षों के बीच हुई झड़प के बाद पत्थरबाजी से दो समुदायों के बीच तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। लोग भय में जी रहे हैं। हिंदू धर्म के 100 से ज्यादा लोगों ने तो अपने घर व दुकानों के बाहर मकान बिक्री है का पोस्टर तक लगा दिया है। पुलिस की करवाई पर भी सवाल खड़ा किया जा रहा है। हालांकि पुलिस इसे दो पक्षों के बीच का विवाद बता रही है और लोगों से शांति कायम रखने की अपील कर रही है।
इसी बीच बुधवार को भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य सुरेश साव ने पचम्बा जाकर इस मामले को लेकर स्थानीय लोगों एवं पीड़ित परिवार से बात की और मामला को समझने का प्रयास किया। स्थानीय लोगों ने विगत दिनों घटित घटना को विस्तारपूर्वक बताया और कहा कि यहाँ की बेटियाँ जब स्कूल पढ़ने जाती आती है तो उनके साथ विशेष समुदाय के मनचलों द्वारा छेड़खानी की जाती है। शिकायत करने पर दर्ज़नों की संख्या मनचले संबंधित बच्ची के घर पहुंचकर गाली-गलौज करते हैं। जान से मारने की धमकी भी दी जाती है। बच्चियाँ इतनी भयभीत है कि अब स्कूल जाने से मना कर रही हैं।
पचम्बा में दो दो बार पत्थरबाजी हुई। इस बार की घटना के सीसीटीवी फुटेज में भी पत्थरबाजों का चेहरा दिख रहा है। पत्थरबाजों को सीसीटीवी फुटेज द्वारा चिन्हित कर कार्रवाई करने के बजाय मामला को रफादफा करवाने की कोशिश की जा रही है। पुलिस खुद से अनुसंधान करने के बजाय अपने मुखबिर के गलत निशानदेही पर कार्रवाई कर रही है। जिससे पत्थरबाजों एवं मनचलों का मनोबल बढ़ा हुआ है।
पूरे मामले को सुनने और समझने के बाद सुरेश साव ने पुलिस प्रशासन से मांग करते हुए कहा कि हटिया रोड एवं पचम्बा मेन रोड को अतिक्रमण मुक्त कराया जाए ताकि पचम्बा में हो रहे क्राइम में कमी आए। इन्होंने जिला के पुलिस अधीक्षक से मांग किया कि एक उच्च स्तरीय टीम को गठित कर स्थानीय लोगों एवं पीड़ित परिवारों से बातचीत कर आवश्यक कार्रवाई की जाए। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पत्थरबाजों को चिन्हित कर अविलंब गिरफ्तार करें ताकि ऐसे आसामाजिक तत्वों का मनोबल कमजोर हो।
इन्होंने यह भी मांग की कि साथ ही थाना के इरफान नामक मुखबिर जिसके गलत सूचना एवं गलत निशानदेही पर सामाजिक समरसता व पुलिस की छवि धूमिल ही रही है उसे अविलंब वहाँ से हटाया जाए और आवश्यक कारवाई की जाए।