कार्यक्रम को संबोधित करते हुए योगेश पांडेय |
गिरिडीह अंतरराष्ट्रीय बाल सुरक्षा दिवस के अवसर पर बुधवार को जमुआ के विधिक सहायता केंद्र में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का अयोजन जिला विधिक सेवाएं प्राधिकार व राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं अपराध नियंत्रण ब्यूरो के संयुक्त तत्वावधान में किया गया जिसकी अध्यक्षता राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं अपराध नियंत्रण ब्यूरो के जिलाध्यक्ष योगेश कुमार पाण्डेय ने किया।
योगेश पांडे ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि सम्पूर्ण विश्व में प्रत्येक वर्ष 1 जून को अंतर्राष्ट्रीय बाल सुरक्षा दिवस मनाया जाता है। अंतर्राष्ट्रीय बाल रक्षा दिवस का उद्देश्य बच्चों के अधिकारों की रक्षा करने की आवश्यकता की ओर लोगों का ध्यान आकर्षित करना है। भारत,रूस सहित अन्य देश में आज के दिन अनाथ, दिव्यांग और ग़रीब बच्चों की समस्याओं की ओर विशेष रूप से लोगों का ध्यान खींचा जाता है। बच्चों को तोहफ़े दिए जाते हैं और उनके लिए विशेष समारोहों का आयोजन किया जाता है ताकि बच्चे मानसिक तौर पर कमजोर न हो मनोबल में इज़ाफ़ा हो सके। लिंगभेद रहित समावेशी माहौल में बच्चों का क्रमिक विकास हो सके।
जमुआ प्रखंड विधिक सहायता केंद्र के पीएलवी सुबोध कुमार साव ने बाल संरक्षण अधिनियम की विस्तृत जानकारी देते हुए बाल सुरक्षा के दिशा में कार्यार्थ लोगो को उत्प्रेरित किये। बेहतर विचार व्यक्त करने वाले व्यक्ति व बच्चों को पुरस्कृत कर सम्मानित किया गया।
मौके पर पीएलवी महेंद्र प्रसाद वर्मा और मुकेश कुमार वर्मा ने भी विचार व्यक्त किए गए। इस दौरान अजित कुमार वर्मा, छोटन सिंह, बासुदेव यादव आदि मौजूद थे।