गिरिडीह : न्यू बरगंडा स्तिथ सर जेसी बोस बालिका उच्च विद्यालय के सभागार में सर जगदीश चंद्र बोस की जयंती समारोह का भव्य आयोजन किया गया। समारोह के पूर्व जेसी बोस चौक पर उनकी आदमकद प्रतिमा पर विद्यालय के प्रधानाध्यापक साइंस फॉर सोसायटी के राज्य अध्यक्ष और अन्य पदाधिकारियों के साथ जिले के शिक्षाविदों ने माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया। इसके बाद विद्यालय के सभागार में भारत की वैज्ञानिक विरासत और आज के वैज्ञानिक पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
इस दौरान साइंस फॉर सोसायटी के अध्यक्ष प्रोफेसर डॉक्टर अली इमाम खान, महासचिव डीएन प्रसाद, शिक्षक मुन्ना प्रसाद कुशवाहा, प्रवेश शीतल, शमा परवीन ने सर जेसी बोस की तस्वीर के सामने दीप प्रज्वलित कर और पुष्पांजलि देकर उन्हें नमन किया उन्हें उनके कार्यों के लिए भी नमन किया। माल्यार्पण कार्यक्रम में शालिनी खोवाला, उप्पल रेंज, परवेज शीतल, उमेश प्रसाद, अमरेश कुमार और विद्यालय के प्रधानाध्यापक देवेंद्र प्रसाद सिंह भी मौजूद थे।
संगोष्ठी का आरंभ करते हुए साइंस फॉर सोसायटी के जिला सचिव ने विषय प्रवेश कराया और वक्ताओं ने समाज में वैज्ञानिक चेतना के विकास पर जोर दिया विषय पर बोलते हुए शिक्षक श्री कुशवाहा ने समाज को विज्ञान और वैज्ञानिक चेतना से जोड़ने की बात कही। अध्यक्षता कर रहे डॉ खान ने विस्तार से विज्ञान और वैज्ञानिक सोच पर प्रकाश डालते हुए बच्चों में वैज्ञानिक सोच के साथ ही वैज्ञानिक चेतना के विकास की जरूरत बताई। उन्होंने कहा कि शिक्षा यह कैसी चेतना है जो जड़ता को समाप्त करते हुए विकास की ओर हमें अग्रसर करती है।
इस अवसर पर महिला कॉलेज के प्राध्यापक नम्रता तिर्की ओपन है रेंज प्रवेश शीतल और प्रधानाध्यापक देवेंद्र प्रसाद सिंह ने सर जेसी बोस के द्वारा समाज हित में और विज्ञान के प्रति किए गए कार्यों पर अपने बहुमूल्य विचार रखें।
मौके पर आयोजित निबंध प्रतियोगिता में सांत्वना पुरस्कार के रुप में मोमेंटो और प्रशस्ति पत्र के साथ सर जे सी बोस बालिका उच्च विद्यालय की किरण कुमारी, मकतपुर उच्च विद्यालय के सुमित कुमार गुप्ता और बालिका उच्च विद्यालय चंबा के जैन खातून को सम्मानित किया गया। साथ ही सुलेख प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार बालिका उच्च विद्यालय पचंबा की पूनम कुमारी, द्वितीय पुरस्कार सर जेसी बोस बालिका प्लस टू उच्च विद्यालय की प्रिंसी कुमारी और तृतीय पुरस्कार मकतपुर उच्च विद्यालय गिरिडीह के करण कुमार को मिला। इन्हें मोमेंटो और प्रशस्ति पत्र देकर अतिथियों ने सम्मानित किया।
अंत में धन्यवाद ज्ञापन शमा परवीन ने किया।