गिरिडीह: शहर के झंडा मैदान में मंगलवार को किसान पंचायत आयोजित किया गया। बयाया गया कि सरकार, सरकारी अधिकारी एवं जमीन माफियाओं द्वारा गरीब किसानों के साथ किए जा रहे अन्याय एवं शोषण से मुक्ति पाने के उपायों पर चर्चा कर समस्या का समाधान तलाशने के लिए किसान पंचायत का आयोजन किया गया।
किसान पंचायत को संबोधित करते हुए किसान मंच के जिला अध्यक्ष अवधेश कुमार सिंह ने कहा कि जिस जमीन पर किसान सैकड़ों वर्षों से खेती कर सरकार को लगान देते आ रहे थे, उस जमीन को सरकार ने प्रतिबंधित सूची में डालकर लगान लेना बंद कर दिया है और किसानों को धीरे-धीरे बेदखल करना शुरू कर चुकी है। सौ साल पहले बने खतियान में 40-50 साल उम्र के सरकारी कर्मी व जमीन माफिया का नाम दिख रहा है। बिना जमीन बेचे सरकारी अधिकारी दूसरे के नाम पर जमीन का जमाबंदी कायम कर देता है। पीड़ित किसान न्याय की गुहार लगाता है तो सरकार में बैठे लोग व सरकारी अधिकारी व जन प्रतिनिधि उस दर्द भरी गुहार को अनसुना कर देते हैं।
कहा कि विपक्ष के बड़े नेता कहते हैं कि भ्रष्टाचार रूपी इस गंदगी को साफ करना है तो पहले गंगोत्री को साफ करना होगा। यानी विपक्ष को गद्दी में बैठाना होगा। यह सही है कि किसानों के साथ शोषण पहले की अपेक्षा ज्यादा बढ़ा है पर किसानों के जमीन को प्रतिबंधित सूची में डाल कर किसानों के अधिकारों का हनन कर भ्रष्टाचार रूपी गंदगी फैलाने का शुरुआत तब हुआ था जब आज का विपक्ष सत्ता में था।
किसान मंच के तिसरी अंचल अध्यक्ष दासो मुर्मू ने कहा कि सत्ता पक्ष के नेता हों या विपक्ष के नेता हों एक दूसरे का विरोध तो कर सकते हैं पर भ्रष्ट सरकारी अधिकारियों व जमीन माफियाओं का नहीं क्योंकि इनके सहयोग के बिना चुनावी खर्च निकाल पाना मुश्किल है।
किसान मंच के जिला सचिव विजय कुमार ने कहा कि सरकार चाहे जिसकी भी हो पर करोड़ों खर्च कर चुनाव जितने वाले जन प्रतिनिधियों से यह अपेक्षा नहीं किया जा सकता कि वे किसानों को उसका अधिकार दिला सकते हैं।
किसान मंच के गिरिडीह अंचल अध्यक्ष हदीश अंसारी ने कहा कि किसान और समाज के अन्य वर्गों को अपना अधिकार तभी मिलेगा जब वे सामाजिक संगठन किसान मंच जैसे गैर राजनैतिक संगठनों के बैनर तले गोलबंद होकर भ्रष्ट सरकारी अधिकारियों के खिलाफ उलगुलान करेंगे और इसके लिए सभी मौजा के किसानों को मौजा कमिटी गठित करना होगा।
किसान पंचायत में ग्यारह सदस्यीय झरियागादी मौजा कमिटी का भी गठन किया गया जिसमें सर्वसम्मति से आकाश ठाकुर को अध्यक्ष, रोहित कुमार को उपाध्यक्ष, बेबी देवी को कार्यकारी अध्यक्ष, ललिता देवी को संयोजक, लीला देवी को महासचिव, रवि शंकर सिंह को सचिव, मुन्नू यादव को संगठन सचिव, मंजू देवी को उप सचिव, दीपक कुमार पंडित को प्रवक्ता, रीता देवी को संरक्षक एवं मुन्ना ठाकुर को कोषाध्यक्ष बनाया गया।
किसान पंचायत के बाद तिसरी एवं अन्य अंचल के लोग पूर्व में खतियान का नकल हेतू दिए गए आवेदन के आलोक में जिला अभिलेखागार के प्रभारी पदाधिकारी से खतियान का नकल मांगने गए तो प्रभारी पदाधिकारी सत्य प्रकाश ने फिर कहा कि एक महीना बाद आना तब नकल मिलेगा।प्रभारी पदाधिकारी सत्य प्रकाश के कार्यशैली से तंग आकर नाराज़ किसान दासो मुर्मू, देव चन्द्र यादव गंगाधर यादव एवं विजय कुमार के नेतृत्व में नया समाहरणालय जाकर उपायुक्त गिरिडीह से बिना घूस का खतियान का नकल दिलाने का गुहार लगाया एवं झारखंड सरकार के मुख्य सचिव से मिलकर आवेदन देने का रणनीति तैयार किया।
किसान पंचायत में गिरिडीह अंचल अध्यक्ष हदीश अंसारी, जिला सचिव विजय कुमार, मौजा कमिटी अध्यक्ष पुरन सिंह, दासो मुर्मू, लक्ष्मण यादव, गोने टुडू, छत्र धारी सिंह, हेमलाल सिंह, अर्जुन पंडित, कार्यसमिति सदस्य गुलाम मियां, मोहम्मद तैयब, मुस्लिम अंसारी, सोमरा मुर्मू, बिसुन बेसरा, तेजनारायान स्वर्णकार, लालो बेसरा, सिमोन बेसरा, छोटू बेसरा, भरत यादव, डेगण राय, सुरेश तुरी,लीला मोदी,मंगरू सोरेन सहित सैकड़ों किसान उपस्थित रहे। किसान पंचायत का संचालन देवचन्द्र यादव ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन हदीश अंसारी ने किया।



