गिरिडीह : शहर के भण्डारीडीह में बीते देर रात करीब 3 बजे ज्योति देवी के घर में कुछ कारारती तत्व के लोगों द्वारा आग लगा दिया गया। इस घटना में भुक्तभोगी परिवार को हजारों का नुकसान हुआ है। भुक्तभोगी परिवार ने पुलिस प्रशासन से न्याय की गुहार लगाते हुए दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है।
जानकारी के अनुसार ज्योति देवी और उनके पुत्र अनुज स्वर्णकार एवम आलोक स्वर्णकार अपने घर में सो रहे थे। इसी दौरान रात के करीब 3:00 बजे उनकी नींद कपड़े जलने की दुर्गन्ध से खुल गई। उठ कर देखा तो घर मे आग लगा हुआ था। उसी बीच गेट खोलने का प्रयास किया तो देखा बाहर से दरवाजे की कुंडी लगी हुई है। आनन फानन मे भुक्तभोगी ने दूसरे घर में सो रहे अपने भाई अमित को फोन कर घटना की जानकारी दी। सूचना मिलते ही अमित पहुंचे तो देखा कि दरवाजे के बाहर कुंडी लगा हुआ है और घर में आग काफी तेज गति से फैल चुकी है। तुरंत ही उन्होंने अंदर बंद सभी लोगों को सुरक्षित घर से बाहर निकाला। जिसके बाद आग बुझाने की कोशिश की गई और पुलिस को भी घटना की सूचना दी गई। बड़ी मशक्कत से आग पर काबू पाया गया हालांकि जब तक आग को बुझाया गया तब तक घर में रखे कई जरूरी कागज़ात, नगद , कपड़ा व अन्य समान जल कर ख़ाक हो चुके थे। कुछ ही देर मे पुलिस भी पहुंची और घटनास्थल का निरीक्षण किया।
भुक्तभोगी परिवार ने पड़ोस के रहने वाले रविन्द्र प्रकाश स्वर्णकार और प्रेम स्वर्णकार द्वारा इस घटना को अंजाम देने की आशंका जताई है। मामला जमीन विवाद से जुड़ा है जो न्यायालय में लंबित है। इन्होंने बताया कि रविन्द्र प्रकाश स्वर्णकार पूर्व में भी बाहर से कुंडी लगाकर कभी पानी फेंककर, कभी बालू फेंककर तो कभी अजीबोगरीब आवाज निकालकर डराने का प्रयास कर चुका है। बताया कि कई बार उसने मारपीट भी किया गया है। भुक्तभोगी ज्योति देवी ने नगर थाना में लिखित आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है।