गिरिडीह: उसरी नदी को बचाने के लिए पहले से तय कार्यक्रम के तहत पदयात्रा निकाली गई. इस दौरान उसरी बचाओ अभियान के संयोजक मंडली के सदस्य राजेश सिन्हा ने कहा कि उसरी नदी जहां से शुरू हुई, वहां से गिरिडीह तक घर-घर उसरी नदी और पर्यावरण को बचाने का अभियान चलाया जाएगा.
‘उसरी नदी के बाद औद्योगिक क्षेत्र में आंदोलन‘: उन्होंने कहा कि उसरी नदी को बचाने और संवारने की दिशा में सब मिलकर एक गैर राजनैतिक संगठन के बैनर तले काम कर रहे हैं और परिणाम बहुत जल्द दिखेगा. उसरी नदी के बाद औद्योगिक क्षेत्र में आंदोलन होगा, गिरिडीह को बर्बाद नहीं करने देंगे. वहीं संयोजक मंडली के सदस्य व सामाजिक कार्यकर्त्ता कृष्ण मुरारी शर्मा ने कहा कि उसरी नदी और पर्यावरण को बचाना हर व्यक्ति का कर्तव्य है. उन्होंने छात्र नौजवान मजदूर किसान सभी से उसरी बचाओ अभियान से जुड़ने की अपील की.
उसरी नदी संरक्षण को लेकर जिला प्रशासन गंभीर: इस दौरान जिला बीस सूत्री के उपाध्यक्ष संजय सिंह ने कहा कि उसरी नदी के संरक्षण और संवारने के लिए सरकार जिला प्रशासन गंभीर है. जिला पर्यावरण समिति के सदस्य राजकुमार राज ने कहा कि जिला प्रशासन ने उसरी बचाओ अभियान की सभी मांगों को मान लिया है, और उस पर जल्द काम भी शुरू होगा. नागरिक विकास मंच के विनय सिंह ने कहा कि बहुत सालों से उसरी को बचाने में हम लगे हैं और लगे रहेंगे.
अभियान में महिला से जुड़ने का आह्वान: लायंस क्लब के अध्यक्ष अरविंद कुमार ने कहा कि उसरी बचाओ अभियान अच्छा काम कर रहा है. उन्होंने कहा कि अच्छे काम में सभी का साथ और सहयोग जरूरी है. महिला नेत्री कुसुम सिन्हा ने उसरी बचाओ अभियान में नारी शक्ति को आगे आने का आह्वान किया. संयोजक कमिटी के आलोक मिश्रा ने कहा की घर घर को इस अभियान से जुड़ना होगा तब ही सफलता हाथ लगेगी. मंच का संचालन अधिवक्ता सुरज नयन ने किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि इस अभियान को और भी तेज किया जाएगा.
कार्यक्रम को सफल बनाने में इनका योगदान: पदयात्रा कार्यक्रम को सफल बनाने में उसरी बचाओ अभियान कोर कमेटी के सदस्य और सलाहकार समिति के सदस्य साथ ही साथ उसरी बचाव अभियान के सभी सदस्य आम और खास लोग का महत्वपूर्ण योगदान रहा. मौके पर कोर कमिटी के अरविंद कुमार, राजीव रंजन, कुशुम सिन्हा, आलोक मिश्रा, सूरज नयन, रितेश सराक, कृष्ण मुरारी शर्मा, बबलू सानू, राजेश सिन्हा आदि ने संबोधित किया.
पदयात्रा में शामिल लोग: पदयात्रा कार्यक्रम में गौरी शंकर यादव, मुन्ना कुशवाहा, राजेंद्र प्रसाद, शंकर पांडे, कृष्णा प्रसाद, मुर्शीद मिर्जा, मो कबीर, कासिम अंसारी, प्रकाश टुडू, सहजाद अंसारी, जियाउद्दीन अंसारी,योगेश मरिक प्रदीप,अग्रवाल, मो एकराम,मुख्तार हुसैनी जी,चांद सरफराज,कैश राजा,मुन्ना सिन्हा, संजय सिन्हा, जितेंद्र अग्रवाल,मिलता,संजू खान,सुभाष कुमार,एकता कल्चरल फाउंडेशन के तमाम साथीगण सहित सैकड़ों लोग मौजूद थे.