Monday, December 23, 2024
Monday, December 23, 2024
Homejharkhandझारखंड कैश कांड, नगद बरामदगी से गिरफ्तारी और 10 दिन की पुलिस...

झारखंड कैश कांड, नगद बरामदगी से गिरफ्तारी और 10 दिन की पुलिस हिरासत, जानिए पूरी कहानी

कैश बरामदगी अपडेट

रांची : कैश कांड मामले में शामिल झारखंड के 3 विधायकों को 10 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। स्थानीय हावड़ा अदालत ने सुनवाई करते हुए तीनों को पश्चिम बंगाल पुलिस की हिरासत में भेज दिया है। इन पर हावड़ा के पंचाला थाना में आईपीसी की धारा 420, 120 ए और 120 बी और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। 

क्या है कैश कांड मामला

दरअसल पुलिस ने शनिवार की रात पश्चिम बंगाल के हावड़ा में वाहन चेकिंग के दौरान एक SUV गाड़ी को रोका था जिसमें आगे जामताड़ा विधायक का बोर्ड लगा हुआ था। इस कार से पुलिस ने भरी मात्रा में कैश बरामद किया था। कार में जामताड़ा विधायक इरफान अंसारी, खिजरी विधायक राजेश कच्छप और कोलेबिरा विधायक नमन बिक्सल कोंगारी समेत 5 लोग सवार थे। पुलिस ने सभी को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था। इनकी गाड़ी से बरामद कैश को गिनने के लिए काउंटिंग मशीन भी मंगवानी पड़ी थी। जानकारी के अनुसार गाड़ी से करीब 50 लाख रूपए मिले थे।

तीनों विधायक कांग्रेस से निलंबित 

शनिवार को विधायकों के पास से कैश बरामद होने की सूचना आग की तरह फैली और इस पर सियासत भी जमकर होने लगी। इधर कांग्रेस पार्टी ने अपने तीनों विधायकों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के निर्देश पर यह करवाई की गई। कांग्रेस के झारखंड प्रभारी ने इसकी पुष्टि की और कहा कि इस मामले में शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा।

गिरफ्तार हुए तीनों विधायक

शनिवार को हिरासत में लिए जाने के बाद पुलिस द्वारा पूछताछ में विधायक नकदी से संबंधित कागजात और संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए। जवाबों से संतुष्ट नहीं होने पर रविवार की दोपहर तीनों विधायक सहित पांचों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। 

कोर्ट में पेशी के बाद पुलिस हिरासत

गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने सभी पांच आरोपियों का मेडिकल जांच करवाया और फिर सभी को स्थानीय हावड़ा अदालत में पेश किया गया। कोर्ट ने मामले की सुनवाई करते हुए कांग्रेस के तीनों विधायकों को 10 दिन की पुलिस रिमांड में भेज दिया। आरोपियों के खिलाफ हावड़ा के पंचाला थाना में आईपीसी की धारा 420, 120 ए और 120 बी और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज की गयी है।

एक विधायक के बदले 10 करोड़ रुपए

उधर पुलिस विधायकों से पूछताछ कर रही थी और इधर बेरमो से विधायक अनूप सिंह ने तीनों विधायकों के खिलाफ जीरो एफआईआर दर्ज करा दी । प्राथमिकी में अनूप सिंह ने लिखा कि विधायक राजेश कच्छप और इरफान अंसारी ने फोन कर इन्हें कोलकाता आने का न्योता दिया था। साथ ही यह भी कहा गया था कि अगर विधायक को साथ लेकर आते हैं तो प्रति विधायक 10 करोड़ रुपए दिया जाएगा ।

इस धन का स्रोत क्या : टीएमसी 

इस मामले में टीएमसी का भी ट्वीट आया है। ट्वीट में लिखा है ‘विधायकों की खरीद – फरोख्त की चर्चा और झारखंड सरकार को संभावित रूप से सत्ता से बाहर करने की बातों के बीच झारखंड कांग्रेस के तीन विधायकों को बंगाल में भारी मात्रा में नकदी लाते हुए पकड़ा गया है । इस धन का स्रोत क्या है ? क्या कोई केंद्रीय एजेंसी इस पर स्वत: संज्ञान लेगी ? या नियम चुनिंदा लोगों पर ही लागू होते हैं…? 

भ्रष्टाचार और लूट के पैसे : दीपक प्रकाश

कैश कांड मामले में भाजपा के झारखंड प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने भी प्रतिक्रिया दी। दीपक प्रकाश ने कहा कि रोज नए मामले उजागर हो रहे हैं। ईडी की जांच लगातार जारी है। सत्ताधारी नेताओं के पास से करोड़ों बरामद हुए हैं। कांग्रेस और झामुमो जनता को दिग्भ्रमित कर रही है। कांग्रेस विधायकों के पास बरामद पैसे झारखंड के गरीब जनता के पैसे हैं। भ्रष्टाचार और लूट के पैसे हैं। उन्हें बताना चाहिए कि झारखंड के पैसे को पश्चिम बंगाल में कहां निवेश किया जा रहा था। कांग्रेस बताए इतने पैसे कहां से आए ? 

झारखंड में ‘ऑपरेशन लोटस’ : जयराम रमेश

जैसे ही कैश कांड ने तूल पकड़ा वैसे ही ऑपरेशन लोटस एक बार फिर चर्चाओं में आ गया। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने शनिवार को ही इस मामले में ट्वीट करते हुए लिखा ” झारखंड में भाजपा का ‘ ऑपरेशन लोटस ‘ आज रात हावड़ा में बेनकाब हो गया। दिल्ली में ‘ हम दो ‘ का गेम प्लान झारखंड में वही करने का है , जो उन्होंने महाराष्ट्र में ई – डी ( एकनाथ शिंदे – देवेंद्र फडणवीस ) की जोड़ी से करवाया । “

महाराष्ट्र जैसी साजिश : राजेश ठाकुर 

इधर गरमाई सियासत के बीच कांग्रेस के झारखंड प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा कि सभी ने देखा कि कैसे सरकारों को गिराने का केंद्र बिंदु अब असम बन गया है । 15 दिनों तक ड्रामा हुआ और आखिरकार महाराष्ट्र सरकार गिरा दी गई । यह इस ओर इंगित करता है कि झारखंड में भी सरकार को अस्थिर करने की साजिश हो रही है । आने वाले समय में सारी चीजें स्पष्ट हो जाएंगी । इस साजिश में शामिल किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा ।

सरकार को खतरा नहीं : अविनाश पांडे 

कांग्रेस के खारखंड प्रभारी अविनाश पांडे ने कहा ‘ झारखंड के कुछ विधायकों को काफी कैश के साथ कोलकाता में पुलिस ने पकड़ा । विधायकों को डरा धमका कर और प्रलोभन के जरिए सरकार को अस्थिर करने की कोशिश हो रही है । बीजेपी के इस प्रयास के खिलाफ पिछले दिनों एक एफआईआर भी दर्ज की गई थी । एक राज्य के मुख्यमंत्री विधायकों से संपर्क कर रहे हैं। एक केंद्रीय मंत्री विधायकों को धमकी दे रहे हैं । ‘ अविनाश पांडे ने कहा , ‘ झारखंड सरकार पर कोई खतरा नहीं है और सरकार पूरे पांच साल बनी रहेगी। जो कोई भी इससे जुड़ा हुआ या लिप्त पाया जाता है, पार्टी उसके खिलाफ कार्रवाई करेगी । 

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -

LATEST NEWS